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आपराधिक कानून
BNS के तहत दंड
«18-Dec-2024
परिचय
- भारतीय न्याय संहिता, 2023 (BNS) के अध्याय II में विभिन्न अपराधों के लिये दंड पर आधारित प्रावधान बताए गए हैं।
- BNS दंड को कई अलग-अलग प्रकारों में वर्गीकृत करता है, जिनमें से प्रत्येक को अपराधों के विभिन्न स्तरों को संबोधित करने के लिये डिज़ाइन किया गया है:
BNS के तहत दंड
धारा |
विवरण |
दंड |
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दंड: संहिता के अंतर्गत दंड के प्रकारों की सूची दी गई है। |
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सज़ा का लघुकरण: समुचित सरकार भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 की धारा 474 के अनुसार सज़ा को कम कर सकती है। |
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6 |
दंड की शर्तों के अंश: कारावास की अवधि की गणना को स्पष्ट करता है। |
आजीवन कारावास की गणना 20 वर्ष के रूप में की जाती है, जब तक कि अन्यथा न कहा जाए। |
7 |
कठोर या साधारण कारावास: न्यायालय कारावास के प्रकार का निर्णय कर सकता है। |
कारावास पूर्णतः कठोर, पूर्णतः साधारण अथवा आंशिक रूप से कठोर और आंशिक रूप से साधारण हो सकता है। |
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जुर्माना और डिफाॅल्ट की स्थिति में दायित्व: जुर्माना और संबंधित कारावास को परिभाषित करता है। |
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मिश्रित अपराधों के लिये दंड की सीमा: अतिव्यापी अपराधों के लिये दोहरे दंड को रोकता है। |
अपराधी को केवल एक अपराध के लिये दंडित किया जाता है, जब तक कि अन्यथा स्पष्ट रूप से प्रावधान न किया गया हो। |
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संदिग्ध निर्णय: ऐसे मामलों में जहाँ कई अपराधों के लिये दोष स्पष्ट नहीं है। |
अपराधी को सबसे कम दंड वाले अपराध के लिये दंडित किया जाता है। |
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एकांत कारावास: कठोर कारावास के भाग के रूप में अनुमेय। |
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एकांत कारावास की सीमा: एकांत कारावास के निष्पादन पर प्रतिबंध। |
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बार-बार अपराध करने वालों के लिये बढ़ी हुई सज़ा: कुछ बार-बार अपराध करने पर अतिरिक्त सज़ा। |
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दंड के पीछे तर्क
- BNS इस विश्वास पर आधारित है कि दंड के अनेक उद्देश्य होने चाहिये:
- निवारण, प्रतिकार, पुनर्वास और सामाजिक सुरक्षा।
- सुधारों का उद्देश्य एक अधिक मानवीय और न्यायपूर्ण कानूनी प्रणाली बनाना है जो मानव व्यवहार की जटिलताओं और दूसरे अवसरों की आवश्यकता को पहचानती है।
निष्कर्ष
BNS की शुरूआत भारत के कानूनी परिदृश्य में एक महत्त्वपूर्ण क्षण है। दंड को फिर से परिभाषित करके और निवारण के साथ पुनर्वास पर ज़ोर देकर, यह नया कोड एक अधिक न्यायसंगत और प्रभावी न्याय प्रणाली बनाने का प्रयास करता है। जैसे-जैसे समाज विकसित होता है, वैसे-वैसे उसके कानून भी विकसित होने चाहिये, और BNS उस लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम है।