उत्तर प्रदेश – सहायक अभियोजन अधिकारी (ए.पी.ओ.) परीक्षा

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   04-Feb-2025 | दृष्टि लेखक



उत्तर प्रदेश सहायक अभियोजन अधिकारी (ए.पी.ओ.) परीक्षा, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) द्वारा सहायक अभियोजन अधिकारी के पद पर अभ्यर्थियों की भर्ती के लिये  आयोजित की जाने वाली एक प्रतियोगी परीक्षा है | सहायक अभियोजन अधिकारी, न्यायालय के समक्ष आपराधिक मामलो में राज्य का प्रतिनिधित्त्व करने वाले लोक अभियोजक की सहायता और अपराधियों का ऋजु अभियोजन सुनिश्चित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं |

पात्रता मानदंड  

  • शैक्षणिक अर्हता: अभ्यर्थी के पास मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से विधि स्नातक की डिग्री होनी चाहिये |
  • आयु-सीमा: अभ्यर्थी की आयु 21-40 वर्ष के बीच होनी चाहिये | सरकारी मानदंडों के अनुसार, आरक्षित श्रेणियों के लिये आयु-सीमा में छूट भी प्रदान की गई है |

पद की प्रकृति और वेतन

  • राजपत्रित अधिकारी
  • वेतन सीमा- 47,600 से 1,51,100 रुपए, वेतन स्तर-8

परीक्षा पैटर्न और सिलेबस

प्रारंभिक परीक्षा

  • कुल प्रश्न: 150
  • समयावधि: 2 घंटे
  • अधिकतम अंक: 150
  • नेगेटिव मार्किंग: अंक का 1/3 वाँ भाग
  • भाग-1: सामान्य ज्ञान (कुल 50 प्रश्न)
    • यह भाग भारत और विश्व के बारे में सामयिक घटनाओं और सामान्य जागरूकता संबंधी प्रश्नों को समाविष्ट करता है | इसमें निम्नलिखित शामिल हैं:
      • सामान्य विज्ञान- 8 प्रश्न
      • राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व की सामयिक घटनाएँ- 10 प्रश्न
      • भारत का इतिहास- 8 प्रश्न
      • भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन- 8 प्रश्न
      • विश्व का भूगोल और जनसंख्या- 8 प्रश्न
      • अभ्यर्थियों को उपरोक्त के संबंध में सामान्य जागरूकता होनी चाहिये |
  • भाग-2: विधि (कुल 100 प्रश्न)
    • यह भाग विभिन्न विधिक क्षेत्रों में प्रश्नों के निम्नलिखित वितरण के अनुसार ज्ञान का अवधारण करता है:
      • भारतीय दण्ड संहिता,1860 (आई.पी.सी.)- 35 प्रश्न
      • भारतीय साक्ष्य अधिनियम,1872- 25 प्रश्न
      • दण्ड प्रक्रिया संहिता,1973 (सी.आर.पी.सी.)- 25 प्रश्न
      • उत्तर प्रदेश पुलिस अधिनियम और संबंधित विनियम- 15 प्रश्न

मुख्य परीक्षा

  • लिखित परीक्षा (कुल अंक: 400)
    • प्रत्येक प्रश्न-पत्र की समयावधि 3 घंटे होगी |
      • सामान्य ज्ञान – 100 अंक
      • सामान्य हिंदी – 100 अंक (यह प्रश्न-पत्र हाईस्कूल स्तर का होगा)
      • आपराधिक विधि और प्रक्रिया – 100 अंक (यह विधि की डिग्री स्तर पर पुलिस अधिनियम और संबंधित विनियमों को अंतर्विष्ट करेगा)
      • साक्ष्य विधि – 100 अंक (यह प्रश्न-पत्र विधि की डिग्री स्तर पर प्रत्यक्ष और अनुप्रयुक्त प्रश्न दोनों को अंतर्विष्ट करेगा)
  • पर्सनैलिटी टेस्ट (कुल अंक: 50)
    • अभ्यर्थी की उपयुक्तता का मूल्यांकन उसकी क्षमता, चरित्र, व्यक्तित्त्व और शारीरिक स्वस्थता के आधार पर किया जाएगा ।
    • लिखित परीक्षा में अर्जित अंकों को पर्सनैलिटी टेस्ट में प्राप्त अंकों के साथ जोड़कर अभ्यर्थी की समग्र रैंकिंग निर्धारित की जाएगी ।

आवेदन प्रक्रिया

  • परीक्षा के लिये आवेदन सामान्यतः यूपीपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है ।
  • अभ्यर्थियों को आवेदन-पत्र भरना होगा तथा उसके अनुसार आवेदन शुल्क का भुगतान करना होगा ।

सहायक अभियोजन अधिकारी के पद का उत्तरदायित्त्व

  • आपराधिक मामलों के संचालन में लोक अभियोजकों की सहायता करना ।
  • न्यायालय में साक्ष्य एवं तर्क प्रस्तुत करना ।
  • आपराधिक मामलों से संबंधित दस्तावेजीकरण और प्रशासनिक कार्यों को संभालना ।
  • उचित दस्तावेजीकरण और रिपोर्टिंग सुनिश्चित करने के लिये विधि प्रवर्तन अभिकरणों के साथ संपर्क बनाए रखना ।

तैयारी के सुझाव 

  • सिलेबस को समझें: परीक्षा के सिलेबस की स्पष्ट समझ आवश्यक है ।
  • विधिक विषयों पर ध्यान दें: चूँकि यह परीक्षा विधि से संबंधित है, इसलिये विधिक सिद्धांतों की ठोस समझ महत्त्वपूर्ण है ।
  • समसामयिकी: राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय समाचारों, विशेषकर विधिक घटनाक्रमों से अपडेट रहें ।
  • पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों का अभ्यास करें:पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों का अभ्यास करने से आपको परीक्षा पैटर्न को समझने और समय का प्रभावी ढंग से प्रबंधन करने में मदद मिलेगी । 

निष्कर्ष  

उत्तर प्रदेश सहायक अभियोजन अधिकारी (ए.पी.ओ.) परीक्षा विधि स्नातकों के लिये एक प्रतिष्ठित करियर अवसर प्रदान करती है जो न्यायिक तंत्र में काम करने के लिये इच्छुक हैं । इस प्रतियोगी परीक्षा को सफलतापूर्वक पास करके, अभ्यर्थी एक सम्मानित पद प्राप्त कर सकते हैं जिसमें विधिक क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण उत्तरदायित्त्व सम्मिलित हैं |



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