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कानूनी शब्दावली

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  • किसी चीज़ में हस्तक्षेप या दखलंदाज़ी करना ताकि उसका दुरुपयोग किया जा सके, उसे बदला जा सके, भ्रष्ट किया जा सके या बिगाड़ा जा सके
साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ एक गंभीर अपराध है, जो कानूनी जाँच की विश्वसनीयता को कमज़ोजोर कर सकता है तथा भारी दंड का कारण बन सकता है।
  • जिसे छुआ जा सके; भौतिक; वस्तुगत
सारभूत साक्ष्य वह मूर्त साक्ष्य होता है जो सीधे तौर पर किसी कथन या तर्क का समर्थन करता है
  • अस्थायी आधार पर पारित की गई निषेधाज्ञा।
अस्थायी व्यादेश का प्रावधान सिविल प्रक्रिया संहिता के अंतर्गत दिया है।
  • जो पट्टे पर भूमि, मकान आदि को रखता है।
अभिधारी को दिल्ली किराया नियंत्रण अधिनियम के अंतर्गत बेदखल किया गया।
  • किसी चीज़ का निष्कासन/समाप्ति।
अभिकरण का पर्यवसान मालिक की मृत्यु पर हो जाता है।
  • एक परिभाषित क्षेत्र के भीतर उत्पन्न होने वाले या व्यक्तियों/संपत्ति से जुड़े मामलों पर अधिकार क्षेत्र।
विभाजन से संबंधित विवाद उस न्यायालय की क्षेत्रीय अधिकारिता में आता है जहाँ वह संपत्ति स्थित है।
  • वसीयत से सम्बंधित।
वसीयती उत्तराधिकार भारतीय उत्तराधिकार अधिनियम 1925 द्वारा शासित है।
  • वह जो वसीयत करता है।
वसीयतकर्ता ने अपनी संपत्ति, वसीयत द्वारा परोपकार के लिए दान दी ।
  • एक गवाह द्वारा शपथ के तहत दिया गया बयान।
साक्षी के परिसाक्ष्य को अभिलिखित किया गया।
  • परिसीमा विधि के तहत निर्धारित अवधि तक कार्रवाई न करने के कारण वर्जित अधिकार।
मुकदमा इसलिये खारिज़ कर दिया गया क्योंकि दावा समय-वर्जित था।
  • संविदा से स्वतंत्र एक सिविल दोष
भारत में अपकृत्य विधि मुख्यतः अंग्रेज़ी सामान्य कानून से लिया गया है, जिसे भारतीय संदर्भ के लिये चुनिंदा रूप से अनुकूलित किया गया है।
  • किसी निर्माता या व्यापारी द्वारा अपने माल को दूसरे के माल से अलग प्रदर्शित करने के लिये इस्तेमाल किया जाने वाला चिह्न।
भारत में व्यापार चिह्नों का पंजीकरण अनिवार्य नहीं है।
  • लाभ के लिये शोषण करने के उद्देश्य से बल, धोखाधड़ी या धोखे के माध्यम से लोगों की भर्ती, परिवहन, स्थानांतरण, आश्रय या प्राप्ति को मानव तस्करी कहा जाता है।
व्यक्ति का दुर्व्यापार भारतीय दंड संहिता की धारा 370 के अंतर्गत दंडनीय अपराध है।
  • लेन-देन को संबंधित तथ्यों के संग्रह के रूप में परिभाषित किया जा सकता है जिन्हें एक ही कानूनी नाम के तहत संदर्भित किया जाता है, जैसे संविदा, अपराध, गलत, या जांच का कोई अन्य संभावित विषय।
सम्बंधित तथ्य और कार्य में वह तथ्य जो एक ही संव्यवहार का भाग हैं, सम्मिलित हैं।
  • बिना अनुमति के किसी की ज़मीन या संपत्ति में प्रवेश करना।
आपराधिक अतिचार को भारतीय दंड संहिता, 1860 की धारा 441 के अंतर्गत वर्णित किया गया है।
  • विधि के अनुसार न्यायिक जाँच।
विचारण न्यायालय ने अभियुक्त को दोषी करार दिया।
  • अधिकरण विधि द्वारा स्थापित न्यायिक या अर्द्ध-न्यायिक संस्थाएँ हैं।
राष्ट्रीय हरित अधिकरण से अपील सर्वोच्च न्यायालय में की जाती है।
  • एक व्यक्ति जिसके पास संपत्ति या अधिकार हैं जो वह रखता है या किसी अन्य के लिये या उसकी ओर से या किसी विशिष्ट उद्देश्य की पूर्ति के लिये प्रयोग करने के लिये बाध्य है।
न्यासी के अन्तर्गत प्रत्येक व्यक्ति है जो न्यास में सम्पत्ति धारण किये हुए है।